Nice Line
क्या खूब लिखा है किसी ने
बक्श देता है खुदा उनको जिनकी किस्मत खराब होती है
वो हरगिज नहीं बक्शे जाते जिनकी नियत खराब होती है
ना मेरा एक होगा ना तेरा लाख होगा
ना तारीफ तेरी होगी ना मजाक मेरा होगा
गरूर ना कर शाहे शरीर का मेरा भी खाक होगा तेरा भी खाक होगा
ज़िंदगी भर ब्रांडेड ब्रांडेड करने वालो याद रखना कफ़न का कोई ब्रांड नहीं होता
कोई रो कर दिल बहलाता है कोई हसकर दर्द छुपता है
क्या करामात है कुदरत का ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है
और मुरदा तैर कर दिखता है
मोत को देखा तो नहीं पर शायद वो बहुत ख़ूबसूरत होगी
कम्भखत जो भी उससे मिलता है जीना छोड़ देता है
गजब की एकता देखी लोगो की ज़माने में
जिन्दो को गिराने में और मुरदु को उठाने में
ज़िंदगी में ना जाने कौन सी बात आखरी होगी
ना जाने कौन सी रात आखरी होगी
मिलते जुलते बाते करते रहो यारो
एक दूसरे से ना जाने कौन सी मुलाकात आखरी होगी
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