1-
खुदा प्यार सबको देता है..!!
दिल भी सबको देता है..!!
दिल में बसनें वाला भी सबको देता है..!!
but,
दिल को समझने वाला
नसीब वालों को ही देता है
2-
आज उसने एक बात कहकर मुझे रूला दिया
जब दर्द बरदाश नही कर सकते
तो मोहब्बत क्यों की...
3-
सर्द रात,उसका इंतज़ार और नींद का बोझ,
अगर.....
मैं मोहब्बत ना करता तो कबका सो चुका होता
4-
बुढ़ापे का दुख ,,,,
गली मे अब निकलती है वो पोते पोतियाँ लेककर
मेरे चश्मा लगाने तक वो ओझल हो ही जाती है
5-
मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए
मे देखु आईना ओर तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए..
6-
मोहब्बत का नतीजा,
दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हे दावा था वफ़ा का,
उन्हें भी हमने बेवफा देखा.
7-
छुप छुप के कही पोस्ट
मेरी पढती होगी,
मेरी तस्वीरों से तंहाई मे
लड़ती होगी ,
जब भी मेरी याद उसे
आती होगी,
लगता है अब
भी वो रो पड़ती होगी,
.
किसी दुजे नाम से फेसबुक पे आई
होगी,
ID कोई fake जरूर बनाई होगी,
कोई मुझमें कमी निकाले
तो वो चिड़ती होगी,
लगता है अब
भी वो रो पड़ती होगी,
.
मेरा हर अपडेट उसे अब
भी युंही भाता होगा,
मेरा अक्स सामने उसके आ ही जाता होगा,
जब भी कोई बात
उसकी बिगड़ती होगी,
लगता है अब
भी वो रो पड़ती होगी,
.
लगी मेरी गजलों की लत
वो कैसे छुटेगी,
डरते -डरते रिक्वेस्ट मुझे भेजी होगी,
क्युं छोड़ा मुझे कहकर खुद से
झगड़ती होगी,
लगता है अब
भी वो रो पड़ती होगी,
.
काश कहीं फिर से मिल जाए मुझे,
आकर फिर वही प्यार की बात चलाए
मुझे,
सोच यही मंदिरों में
माथा रगड़ती होगी,
लगता है अब
भी वो रो पड़ती होगी....
दोस्तों अगर अच्छा लगा हो तो एक LIKE
एक
COMMENT कर देना..
8-
उन बूढ़ी बुजुर्ग उँगलियों में
कोई ताकत तो ना थी ...
मगर मेरा सिर झुका तो काँपते हाथों ने
जमाने भर की दौलत दे दी ...
9-
Waade Wafa Karke Kyu Mukar Jaate Hain
Yeh Log
.
Kisi Ke Dil Ko Kyu Tadpaate Hain Yeh
Log...........
.
Agar Dil Lagakar Nibha Nahi Sakte Toh
Fir
.
Kyu Dil Ko Dil Se Lagaate Hain Yeh Log...
Nice Line
क्या खूब लिखा है किसी ने बक्श देता है खुदा उनको जिनकी किस्मत खराब होती है वो हरगिज नहीं बक्शे जाते जिनकी नियत खराब होती है ना मेरा एक होगा ना तेरा लाख होगा ना तारीफ तेरी होगी ना मजाक मेरा होगा गरूर ना कर शाहे शरीर का मेरा भी खाक होगा तेरा भी खाक होगा ज़िंदगी भर ब्रांडेड ब्रांडेड करने वालो याद रखना कफ़न का कोई ब्रांड नहीं होता कोई रो कर दिल बहलाता है कोई हसकर दर्द छुपता है क्या करामात है कुदरत का ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है और मुरदा तैर कर दिखता है मोत को देखा तो नहीं पर शायद वो बहुत ख़ूबसूरत होगी कम्भखत जो भी उससे मिलता है जीना छोड़ देता है गजब की एकता देखी लोगो की ज़माने में जिन्दो को गिराने में और मुरदु को उठाने में ज़िंदगी में ना जाने कौन सी बात आखरी होगी ना जाने कौन सी रात आखरी होगी मिलते जुलते बाते करते रहो यारो एक दूसरे से ना जाने कौन सी मुलाकात आखरी होगी
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