ये तो जरूर पढे अगर नही पढा तो बहुत ज्यादा अच्छी सीख खो दोगे॰॰॰॰
जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।
और....
जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।
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जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।
और….
जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।
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जब भी अपनी दौलत का अभिमान हो,
बाढ़ भूकम्प वाले क्षेत्र से होके आ जाना,
और….
जब भी आपको गरीबों पर दया आये,
इंसानियत का फ़र्ज़ जरूर निभा आना।
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जब अपने रंग-रूप पर बहुत नाज हो,
तो 60-70 की हीरोइनों से मिल आना।
और....
जब भी कभी बच्चों से प्यार हो,,
उन्हें उठाकर दिल से जरूर लगा लेना।
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जब भी अपने शरीर पर अभिमान हो,
एक फेरा अस्पताल का लगा आना,
और....
जब किसी अपाहिज को देखके दर्द हो,
उसे इंसानियत का अहसास जरूर करा देना।
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जब कभी अपने ज्ञान पर अभिमान हो,
एक बार मेन्टल अस्पताल होके आ जाना।
और....
जब भी आपको अपने ज्ञान का गुमान हो,
किसी अशिक्षित को मुफ्त में पड़ा देना
दोस्तो आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी हमे जरूर वताये और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके अपने दोस्तो को भी पढवाये ।
Nice Line
क्या खूब लिखा है किसी ने बक्श देता है खुदा उनको जिनकी किस्मत खराब होती है वो हरगिज नहीं बक्शे जाते जिनकी नियत खराब होती है ना मेरा एक होगा ना तेरा लाख होगा ना तारीफ तेरी होगी ना मजाक मेरा होगा गरूर ना कर शाहे शरीर का मेरा भी खाक होगा तेरा भी खाक होगा ज़िंदगी भर ब्रांडेड ब्रांडेड करने वालो याद रखना कफ़न का कोई ब्रांड नहीं होता कोई रो कर दिल बहलाता है कोई हसकर दर्द छुपता है क्या करामात है कुदरत का ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है और मुरदा तैर कर दिखता है मोत को देखा तो नहीं पर शायद वो बहुत ख़ूबसूरत होगी कम्भखत जो भी उससे मिलता है जीना छोड़ देता है गजब की एकता देखी लोगो की ज़माने में जिन्दो को गिराने में और मुरदु को उठाने में ज़िंदगी में ना जाने कौन सी बात आखरी होगी ना जाने कौन सी रात आखरी होगी मिलते जुलते बाते करते रहो यारो एक दूसरे से ना जाने कौन सी मुलाकात आखरी होगी
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